भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग द्वारा नवनिर्देशित प्रशिक्षण प्रणाली के अंतर्गत नागपुर में नंदनवनस्थित भाऊसाहेब मुलक आयुर्वेद महाविद्यालय की शीतकालीन २०२१ में उतीर्ण छात्रों का अँतर्वासिय वैद्यकिय प्रशिक्षण दिशानिर्देश का सातदिवसीय कार्यक्रम दिनांक ३० मई से ६ जून २०२२ तक आयोजित किया गया । इस आयोजन के कर्णधार एवं महाविद्यालय के *प्राचार्य आदरणीय डॉक्टर युवराज काले * ने विद्यार्थियों को प्रास्ताविक निर्देश दिए । संस्था के सचिव एवं संचालक *माननीय श्री राजेंद्र जी मुलक * ने नागपुर ज़िल्हे में आयोजित सर्वप्रथम अँतर्वासिय प्रशिक्षण कार्यक्रम की विशेष सराहना की एवं छात्रों को उज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएँ दी । इस दिशानिर्देश कार्यक्रम के दौरान क्रमशः डॉ. शरद त्रिपाठी , डॉ. अविनाश करंभे, डॉ.राजश्री शेलारे, डॉ.श्रीकांत मुडे, डॉ. सोनिया म्हात्रे , डॉ. मुकुंद कराड़े, डॉ. छाया तनमने ने वैद्यकिय अधिकार ,नीतिनिर्धारण, मर्यादाएँ ,गुणवत्ता मूल्याँकन,शिष्टाचार पालन, रुग्ण संबंधी संकलन, क़ानूनी विधिवैद्यक एवं विविध राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों पर विशिष्ट प्रकाश डाला एवं आवश्यक दिशानिर्देश दिए । प्रत्येक प्रशिक्षण के अंत में अँतर्वासिय छात्रों की गुणवत्ता जाँच हेतु लघु प्रश्नोत्तरी परीक्षा ली गयी । महाविद्यालय के समस्त वैद्यक अधिकारियों ने कार्यक्रम को सफ़ल बनाने हेतु प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग प्रदान किया ।सम्मिलित छात्रों ने निष्ठापूर्वक प्रशिक्षण अनुग्रहण करके तथा बबलू गढ़पायले , स्वाति तिमांडे एवं केतकी आम्बटकर ने बतौर तकनीकी मदद कर कार्यक्रम को सफ़ल बनाया ।
- 15 Jun
- 2022
(1) Comment
Comments are closed.